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Showing posts from March, 2015

Uska Hai (उसका है)

A Ghazal sung by Jagjit Singh : मुझ में जो कुछ अच्छा है, सब उस का है। मेरा जितना चर्चा है, सब उसका है। उस का मेरा रिश्ता बड़ा पुराना है, मैंने जो कुछ सोचा है, सब उस का है।

Khush hoon (खुश हूं)

। खुश हूं ।               "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं "काम में खुश हूं," आराम में खुश हूं "आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं "आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं