Posts

Showing posts from July, 2014

Agneepath (अग्निपथ)

Image
Agneepath - a Poem by Harivanshrai Bachchan वृक्ष हों भले खड़े हों घने, हों बड़े एक पत्र छाँह भी मांग मत! मांग मत! मांग मत! अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!

Tere utaare hue din (तेरे उतारे हुए दिन)

Image
A poem by Gulzar from the movie Dus Kahaniyaan (Gubbaare) : तेरे उतारे हुए दिन, टंगे हैं लॉन में अब तक, न वो पुराने हुए हैं, न उन का रंग उतरा… कहीं से कोई भी सीवन अभी नहीं उधड़ी।

Madhushala (हरिवंशराय बच्चन )

Image
मृदु भावों के अंगूरों की आज बना लाया हाला, प्रियतम, अपने ही हाथों से आज पिलाऊँगा प्याला, पहले भोग लगा लूँ तेरा फिर प्रसाद जग पाएगा, सबसे पहले तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला।।१। 

Raat Tamir karein (रात तामीर करें)

Image
This is a Poem written by Gulzar for the Movie Dus Kahaniyaan (Pooranmasi) : एक रात चलो तामीर करें, ख़ामोशी के संगमरमर पर, हम तान के तारीखी सर पर , दो शम्माएं जलाये जिस्मों की।

Maayne badal gaye (मायने बदल गए)

Image
हर एक नक़्श आरज़ू का, हो गया धुंधला, हर एक ज़ख्म मेरे दिल का भर गया यारो।  अजीब शख्स था, उदास होकर भी यूँ हंस सा दिया,

Paigam (पैगाम)

Image
आँखें रो पड़ी, उनका न पैगाम आया, चले गए हमें अकेला छोड़ के, ये कैसा मुकाम आया, मेरी तन्हाई हंसी मुझपे, और बोली बता,

Ranjish hi Sahi (रंजिश ही सही)

Image
A beautiful Ghazal sung by Mehdi Hassan : रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ, आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ। माना की मुहब्बत का छिपाना है मुहब्बत, चुपके से किसी रोज़ जताने के लिए आ। 

Bimaar (बीमार का हाल अच्छा है।)

Image
                      उनके देखने से जो आ जाती है मुह पर रौनक़, वह समझते है की बीमार का हाल अच्छा है। ************************** Unke dekhne se jo aa jati hai munh par raunak, wo samajhte hain ki beemar ka haal acha hai... - Galib

Bewafai ne toda (बे-वफाई ने तोडा)

Image
इस क़दर तोडा है मुझे  उस की  बे-वफाई ने "ग़ालिब" अब कोई अगर प्यार से भी देखे तो बिखर् जाता हूँ मै। ***************************** Iss kadar toda hai mujhe uski bewafai ne Gaalib, Ab koi agar pyar se bhi dekhe to bikhar jaata hoon main...

Behtar (बेहतर)

Image
दिल से बेहतर तो रावण है, साल में एक ही दिन जलता है, और जलता है तो राख हो जाता है, फिर कोई तड़प नहीं उठती उसको। *************************** Dil se behtar to Ravan hai, saal mein ek hi din jalta hai, aur jalta hai to raakh ho jata hai, phir koi tadap nahi uthti usko.... - Unknown

Chhoti si kahani se (छोटी सी कहानी से)

Image
A Gulzar composition from the movie Ijaazat छोटी सी कहानी से, बारिशों के पानी से, सारी वादी भर गयी, न जाने क्यों, दिल भर गया, न जाने क्यों, आँख भर गयी।

Dil dhoondta hai phir wahi (दिल ढूंढता है, फिर वही)

Image
A song from the movie Mausam, composed by Gulzar.. दिल ढूंढता है, फिर वही, फुर्सत के रात दिन, बैठे रहे, तसव्वुर-इ-जाना किये हुए। जाड़ों की नर्म धूप और, आँगन में लेट कर, आँखों पे खींच कर तेरे, आँचल के साये को, औंधे पड़े रहे कभी, करवट लिए हुए।

Mera kuch samaan (मेरा कुछ सामान)

Image
This is Gulzar's composition from the Movie Ijaazat. 'Mera kuchh saaman' earned Gulzar his first National Award for best lyrics. मेरा कुछ सामान, तुम्हारे पास पड़ा है सावन के कुछ भीगे-भीगे दिन रखे हैं और मेरे एक ख़त में लिपटी रात पड़ी है वो रात बुझा दो, मेरा वो सामान लौटा दो

Abhi na parda giraao (अभी न पर्दा गिराओ)

Image
Gulzaar's composition, used in the movie Shaque : अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो, कि दास्ताँ आगे और भी है अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो! अभी तो टूटी है कच्ची मिटटी, अभी तो बस जिस्म ही गिरे हैं अभी तो किरदार ही बुझे हैं अभी सुलगते हैं रूह के ग़म, अभी धडकते हैं दर्द दिल के अभी तो एहसास जी रहा है

Judai (जुदाई)

Image
This is a Gulzar composition from the Movie Ghulami. ज़िहाल-इ-मुस्कीन मुकून बा-रंजिश, बहाल-ऐ-हिजरा बेचारा दिल है। सुनाई देती है जिसकी धड़कन, तुम्हारा दिल या हमारा दिल है।

Bik raha hai

Image
घोडा रेस में बिक रहा है वकील केस में बिक रहा है

Tabiyat (तबियत)

Image
कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत न हुई, जिस को चाहा उसे अपना न सके, जो मिला उस से मोहब्बत न हुई। जिस से जब तक मिले दिल ही से मिले, दिल जो बदला तो फ़साना बदला, रस्मे दुनिया की निभाने के लिए, हमसे रिश्तो की तिजारत न हुई।

Kuch din to baso meri aankhon mein (कुछ दिन तो बसो मेरी आँखों में)

Image
कुछ दिन तो बसो मेरी आँखों में, फिर ख़्वाब अगर हो जाओ तो क्या। कोई रंग तो दो मेरे चेहरे को, फिर ज़ख़्म अगर महकाओ तो क्या।

Maloom (मालूम)

Image
अच्छा हुआ मालूम हो गया, अपनों की मोहब्बत अब मोहब्बत नहीं रही,

Bachpan ke din (बचपन के दिन)

Image
बचपन के दिन भी कितने अच्छे होते थे, तब दिल नहीं सिर्फ खिलोने टूटा करते थे,

Gali Mein (गली में)

Image
बारिश होती है तो पानी को भी लग जाते हैं पाँव, दरो-दीवार से टकरा के गुज़रता है गली से, और उछलता है छपाकों में, किसी मैच में जीते हुए लड़को की तरह।

Phir ek Cigarette (फिर एक सिगरेट)

Image
फिर एक सिगरेट जला रहा हूँ, फिर एक तीली  बुझा रहा हूँ। तेरी नज़र में मैं बिगड़ रहा हूँ, मैं तो तेरे वादे भुला रहा हूँ।

Khat (खत)

Image
A beautiful Ghazal written by Gulzar and sung by Jagjit Singh. Album - Marasim : वो खत के पुरज़े उड़ा रहा था, हवाओं का रूप दिखा रहा था। कुछ और भी हो गया नुमाया, मैं अपना लिखा मिटा रहा था।

Sab bikta hai (सब बिकता है)

Image
Beautiful poem by Harivansh Rai Bachhan यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के !!! बेचने वाले हवा भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!! सच बिकता है , झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!

Soye nahi (सोये नहीं)

गहरी थी रात, लेकिन हम खोये नहीं, दर्द बहुत था दिल में, लेकिन हम रोये नहीं,

Sapne (सपने)

रूठी हुई आँखों में इंतज़ार होता है, न चाहते हुए भी प्यार होता है,

Rakhte hain (रखते हैं)

दिल जीत ले वह जिगर हम रखते हैं, क़त्ल कर दे वो नज़र हम रखते हैं,

अहमियत

माना कि तेरी नज़र में कुछ भी नहीं हूँ मैं मेरी अहमियत उनसे पूछ जिनके मैंने पैसे देने है !!!!

Khone laga hoon (खोने लगा हूँ)

यूँ तो सदमों में भी हंस लेता था मैं, आज क्यों बेवजह रोने लगा हूँ मैं,

Marham (मरहम)

दर्द की महफ़िल में एक शेर हम भी अर्ज़ किया करते हैं, न किसी से मरहम न दुआओं की उम्मीद किया करते हैं,

हम बड़े क्यों हो गए

जब  बचपन  था,  तो  जवानी  एक  ड्रीम  था... जब  जवान  हुए,  तो  बचपन  एक  ज़माना  था... !! जब  घर  में  रहते  थे,  आज़ादी  अच्छी  लगती  थी... आज  आज़ादी  है,  फिर  भी  घर  जाने  की   जल्दी  रहती  है... !!

Ishq ka rog (इश्क़ का रोग)

कैसे मुमकिन था किसी और दवा से इलाज "ग़ालिब" इश्क़ का रोग था, बाप की चप्पल से ही आराम आया...                                                                 

Aitbaar (ऐतबार)

हमारे ऐतबार की हद, ना पूछ "ग़ालिब",

Tanhai (तन्हाई)

अपनी बेबसी पर आज रोना सा आया, दूसरों को नहीं मैंने अपनों को आज़माया,

Sapna (सपना)

Image
आँख बंद थी तब, जब सपनो में आये थे तुम, रात घनी थी, ख्वाब सुहाने थे, नशा गहरा था। सपनों सी तुम दिखती,पलकों में तुम रहते, कब शभ आँख पे गिरा, कब टूटा सपना मेरा।

Gila (गिला)

वो जो खुद पैरवी-ऐ-ईद-ऐ-वफ़ा करता था, मुझसे मिलता था तो तलकीन-ऐ-वफ़ा करता था। उसके दामन मैं कोई फूल नहीं मेरे लिए, जो मेरी तंगी-इ-दामन का गिला करता था।

Saza (सजा)

मैंने तो ज़िन्दगी को तेरे नाम लिखा था, मगर कुछ और ही मर्ज़ी उस खुदा की थी, दर्द ही देना था तो पहले बता देता, हम को भी शुरू से तमन्ना सजा की थी।

Shafaq (शफ़क़)

रोज़ साहिल पे खड़े होके यही देखा है, शाम का पिघला हुआ सुर्ख-सुनहरी रोगन, रोज़ मटियाले-से पानी में यह घुल जाता है।

Dastak (दस्तक)

सुबह सुबह इक ख्वाब की दस्तक पर दरवाज़ा खोला, देखा सरहद के उस पार से कुछ मेहमान आये हैं आँखों से मानूस थे सारे चेहरे सारे सुने सुनाये पाँव धोये, हाथ धुलाये

Shatranj (शतरंज)

तब मैं जानबूझकर हार जाया करता था, अब चाह कर भी जीत नहीं पाता हूँ तुमसे, पता नहीं कौन सी चाल पर, देखते ही देखते मैं मात खा जाऊँ, ये डर तो लगता है ज़रूर, पर मैं ख़ुश हूँ कि तुम खेलना सीख गये…

Bhool Jata hoon (भूल जाता हूँ)

नज़र जब तुम से मिलती है, मैं खुद को भूल जाता हूँ, बस एक धड़कन धड़कती है, मैं खुद को भूल जाता हूँ।

Bachpan wala Ravivaar (बचपन वाला रविवार)

1990 का दूरदर्शन और हम - सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर टीवी के सामने बैठ जाना "रंगोली"में शुरू में पुराने फिर नए गानों का इंतज़ार करना "जंगल-बुक"देखने के लिए जिन दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका घर पर आना

वो आई थी क्या

मैं रोजगार क सिलसिले में, कभी कभी उसके शहर जाता हूँ, तो गुज़रता हूँ उस गली से, वो नीम तरीक सी गली। और उसी के नुक्कड़ पे, ऊंघता सा पुराना खम्बा, उसी के  नीचे तमाम सब, इंतज़ार कर के, मैं छोड़ आया था, शहर उसका।

Aas Paas (आस-पास)

जब भी यह दिल उदास होता है, जाने कौन आस-पास होता है । होंठ चुपचाप बोलते हों जब, सांस कुछ तेज़-तेज़ चलती हो,

Taqleef (तकलीफ)

  मुहब्बत भी अजब शय है बड़ी तकलीफ देती है, इसी में लुत्फ़ हैं सारे, यही तकलीफ देती है।  यही दस्तूर है शायद वफादारी की दुनिया का, जिसे जी जान से चाहो वही तकलीफ देती है।

Yaar Julaahe (यार जुलाहे)

मुझको भी तरकीब सिखा कोई यार जुलाहे, अकसर तुझको देखा है कि ताना बुनते, जब कोइ तागा टूट गया या खत्म हुआ, फिर से बांध के, और सिरा कोई जोड़ के उसमे, आगे बुनने लगते हो,

Sparsh (स्पर्श)

क़ुरान हाथों में लेके नाबीना एक नमाज़ी लबों पे रखता था, दोनों आँखों से चूमता था। झुकाके पेशानी यूँ अक़ीदत से छू रहा था, जो आयतें पढ़ नहीं सका, उन के लम्स महसूस कर रहा हो।

Rihai (रिहाई)

एक परवाज़ दिखाई दी है, तेरी आवाज़ सुनाई दी है। जिस की आँखों में कटी थी सदियाँ, उस ने सदियों की जुदाई दी है।

Koi (कोई)

दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई, जैसे एहसान उतारता है कोई। आईना देख के तसल्ली हुई, हम को इस घर में जानता है कोई।

Dariya (दरिया)

हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते, वक़्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते। जिसकी आवाज़ में सिलवट हो निगाहों में शिकन, ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते।

Manjhi (मांझी)

एक पुराना मौसम लौटा, याद भरी पुरवाई भी ऐसा तो कम ही होता है, वो भी हो तन्हाई भी। यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती है, कितनी सौन्दी लगती है तब मांझी की रुस्वाई भी।

Gunah (गुनाह)

आदतन तुम ने कर दिए वादे, आदतन हम ने ऐतबार किया। तेरी राहों में बारहा रुक कर

Tanha (तनहा)

ज़िन्दगी यूं हुई बसर तनहा, काफिला साथ और सफर तनहा। अपने साये से चौंक जाते हैं, उम्र गुज़री है इस कदर तनहा।

Dhuan (धुआं)

आँखों में जल रहा है क्यूँ बुझता नहीं धुआं, उठता तो है घटा सा बरसता नहीं धुआं। चूल्हा नहीं जलाये या बस्ती ही जल गयी

Nishani (निशानी)

 अलविदा कहते हुए जब मेने उस शख्स से पूछा के कोई निशानी तो दो,

ज़िन्दगी

ज़िन्दगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है... शिकवे कितने भी हो हर पल,

एक सुविचार

वक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ..... पर अपनों का पता चलता है, वक़्त के साथ...

एक जैसे

धीमें से पढ़े बहुत ही अर्थपूर्ण है यह मेसेज... हम और हमारे ईश्वर, दोनों एक जैसे हैं।

जीत

जीवन में हर जगह हम "जीत" चाहते हैं... सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है जहाँ हम कहते हैं कि "हार" चाहिए।

माँ

एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......

पथ्थर

एक पथ्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..

Dooriyan (दूरियाँ)

ये चन्द पंक्तियाँ जिसने भी लिखी है खूब लिखी है ग़लतियों से जुदा तू भी नही, मैं भी नही, दोनो इंसान हैं,

होली सुसराड़ की

एक हरियाणवी कविता होली सुसराड़ की ********************* मैं गया सुसराड़ नया कुर्ता गाड़ दाढ़ी बनवाई बाल रंग्वाए रेहड़ी पर ते संतरे तुलवाए

Khareed li (खरीद ली)

रुई का गद्दा बेच कर मैंने इक दरी खरीद ली । ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने और ख़ुशी खरीद ली । सबने ख़रीदा सोना

Ashq (अश्क़)

बहते अश्कों की ज़ुबान नहीं होती, लफ़्ज़ों में मुहब्बत बयान नहीं होती, मिले जो प्यार

Andaza (अंदाज़ा)

तुमसे दूर जाने का इरादा नहीं था, सदा साथ रहने का भी वादा नहीं था, तुम याद न

Apne (अपने)

रास्ते में  पत्थरों की कमी नहीं है, मन में टूटे सपनों की कमी नहीं है, चाहत है उन्हें

Aagaz (आगाज़)

आंसुओं के चलने की आवाज़ नहीं होती, दिल के टूटने की आगाज़ नहीं होती, अगर होता

Hiding my tears

दिल में हर राज़ दबा के रखते हैं, होंठों पे मुस्कान सजा के रखते हैं, ये दुनिया सिर्फ

Manzar (मंज़र)

सहमा सहमा डरा सा रहता है, जाने क्यों जी भरा सा रहता है। काई सी जम गयी है आँखों पर, सारा मंज़र हरा सा रहता है।

Kagaz (कागज़)

गीले कागज़ की तरह है ज़िन्दगी अपनी, कोई जलाता भी नहीं, कोई बहाता भी नहीं, इस कदर अकेले

Dard (दर्द)

दूर जाकर भी हम दूर जा न सकेंगे, कितना रोयेंगे हम बता न सकेंगे, ग़म इसका नहीं की

Badal (बदल)

तक़दीर ने जैसे चाहा ढल गए हम, बहुत संभाल के चले पर फिसल गए हम, हम तो किसी को भुला भी

baarish (बारिश)

अगर भीगने का इतना ही शौक है बारिश में, तो एक बार देखो मेरी आँखों में, बारिश तो हर एक

She forgot me

तुम्हे दिल में बसाया धड़कन की तरह, आँखों में बसाया काजल की तरह, तुम्हे खुद से ज्यादा

Shayarana (शायराना)

Image
For people in love for the first time : न जाने कहाँ से निकल रहा है ये शायराना, लिख तो हम ठीक से पेपर भी न पाते थे.... na jaane kahan se nikal raha hai ye shayarana, likh to hum theek se paper bhi na paate the.... - Deep

Likhawat (लिखावट)

हमें उनसे कोई शिकायत नहीं, शायद मेरी तक़दीर में ही चाहत नहीं, मेरी किस्मत को लिख कर

Thokar (ठोकर)

हर धड़कन में एक राज़ होता है, हर बात को बताने का एक अंदाज़ होता है, जब तक

Sailaab (सैलाब)

इश्क़ में ऐसे अरमां भी होते हैं, खुली आँखों में भी ख्वाब होते हैं, गम में ही अश्क़ बहते हैं,

Lamha (लम्हा)

दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे, यूँही हम तुमसे दिल लगा बैठे, वो हमें

Sahara (सहारा)

मेरे गीत सुने दुनिया ने मगर, मेरा दर्द कोई न जान सका, एक तेरा

Sooni (सूनी)

तुम बिन ज़िन्दगी सूनी सी लगती है, हर पल अधूरी सी लगती है, अब तो साँसों को अपनी

हाल-ऐ-दिल

चाँद भी छिप जाता है उस के मुस्कुराने से, दिन भी ढल जाता है उस के उदास हो जाने से, क्यों वो नहीं समझ पाते हैं हाल-ऐ-दिल मेरा, के जीना छोड़ देते हैं उस के रूठ जाने से। chaand bhi chup jata hai uss ke muskurane se, din bhi dhal jata hai uss ke udas ho jaane se, kyu wo nahi samajh paate hain haal-e-dil mera, ke jeena chhod dete hain uss ke rooth jaane se... - Unknown

Khanak (खनक)

दिल टूट जाता है पर खनक नहीं होती, हर धड़कन रोती है पर पलक नहीं रोती, मोहब्बत नाम है

Phool (फूल)

गरिश में हुए चमन के फूल तो क्या, कुछ फूल तो मेरी कब्र पर भी होंगे। मुस्कुराएंगे हम वहां

Looteri (लुटेरी)

और भी बहुत सी चीज़ें लुट चुकी है दिल के साथ, ये बताया दोस्तों ने इश्क़ फरमाने के बाद,

करलो दुनिया मुट्ठी में

हर समुन्दर में साहिल नहीं होता, हर जहाज़ में मिसाइल नहीं होता, अगर धीरूभाई

Free sms

मजनू को लैला का sms नहीं आया, मजनू ने तीन दिन तक खाना नहीं खाया, मजनू मरने वाला है लैला के प्यार में,

Jhakaas (झकास)

गधा जो खाए वो घास हो तुम, बुड्ढे जो खाए वो च्यवनप्राश हो तुम,

Aag (आग)

होंठों से जो छू लिया, एहसास अब तक है, आँखें नम हैं, और साँसों में आग अब तक है,

Mobile (मोबाइल)

अमीरी के ख्वाब देखने लगा, अंग्रेजी शराब चखने लगा, बाप ने कभी पेजर नहीं देखा,

Bukhaar (बुखार)

तुम पास हो तो तुझपे प्यार आता है, तुम दूर हो तो तेरा इंतज़ार सताता है, क्या कहें इस दिल की हालत,

Dettol

दिल के दर्द को ज़ुबान पर लाते नहीं, हम अपनी आखों से आंसू बहाते नहीं, ज़ख्म चाहे कितने भी गहरे

Sardaar (सरदार)

उनकी गलियों के चक्कर काट काट के, कुत्ते हमारे यार हो गए, वो तो हमारे न हो

Narak (नरक)

मेरे मरने के बाद ऐ दोस्त आंसू मत बहाना, अगर याद आए मेरी तो सीधे ऊपर चले आना, अगर वहां मैं

Paise (पैसे)

जाम कड़वा है मगर इतना नहीं की पिया न जाये, ज़िन्दगी में दर्द है मगर इतना नहीं की जिया न जाये,

Raakhi (राखी)

हर गली फूलों से सजा रखी है, हर चौक पे लड़कियां बिठा रखी है, न जाने किस रास्ते से आप आओगे,

Saans (सांस)

तुम दूर सही मजबूर सही, पर याद तुम्हारी आती है, जब सांस

Chimpanzee (चिम्पांजी)

देखा तुझ तो रूह खुश हो गयी, एक कमी थी वो भी पूरी हो गयी, पागल हैं वो लोग जो कहते हैं की,

Course (कोर्स)

इंटरनेट पे लड़की पटाई, इंटरनेट पे हो गयी सगाई, इंटरनेट पे डाइवोर्स हो गया,

Inaam (इनाम)

जिस तरफ देखो आप का ही नाम है, जिस तरफ देखो आप का ही नाम है, ऊपर लिखा है

Naha bhi lo!

पानी आने के बात करते हो, दिल जलने की बात करते हो, चार दिन से

Mama (मामा)

वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं, वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं, ये तो उनके

Exam

पहला question देख कर वाह-वाह हो गयी, तीन लाइन लिख कर 100 नंबर की चाह हो गयी,   दूसरा question देखकर डरने लगा दिल, 50 नंबर आना भी लगने लगा मुश्किल,

Driver (ड्राइवर)

मंज़िल की तरफ बढ़ते रहो, जो दिल कहे उसी राह को चुनो, पीछे वालों को आगे न जाने दो, और जो आगे है उनसे आगे निकलो, तभी

Mod (मोड़)

सोचा था हर मोड़ पे तुम्हारा इंतज़ार करेंगे, सोचा था हर मोड़ पे तुम्हारा इंतज़ार करेंगे, मगर कम्बख़्त

Khade hi raho

वो छम छम कर के आई, वो छम छम कर के चली गयी, मैं सिन्दूर

Dheele (ढीले)

जवानी के दिन चमकीले हो गए, हुस्न के तेवर नोकीले हो गए, फैसला लेने में

Majak (मजाक)

हमने भी कभी प्यार किया था, थोड़ा नहीं बेशुमार किया था, दिल टूट कर रह गया मेरा,

Udaas (उदास)

ख्याल को किसी आहट की आस रहती है, निगाह को किसी सूरत की तलाश रहती है, तेरे बिन

Kabhi jo badal barse

जब से उसने बारिश में भीगना छोड़ दिया, बादलों ने मेरे शहर में बरसना छोड़ दिया।।। Jab se usne baarish mein bheegna chhod diya, baadlon ne mere sheher mein barsana chhod diya !! - Unknown

Mere Apne (मेरे अपने)

Image
कह दो समुन्दर से की लहरों को संभाल कर रखे, ज़िन्दगी में तूफ़ान लाने

Naam (नाम)

मेरे दोस्त तुम भी लिखा करो शायरी, तुम्हारा भी मेरी तरह नाम हो जायेगा, जब तुम

Kabr (कब्र)

न उड़ा  ठोकरों से, मेरी खाक ऐ कब्र जालिम यही एक रह गयी है

Bewafa (बेवफा)

उसने हाथों पर मेहँदी लगाई है, हमने उसकी डोली सजाई है, हमें पता था वो बेवफा

Nasha (नशा)

पानी में whiskey मिलाओ तो नशा चढ़ता है, पानी में rum मिलाओ तो नशा चढ़ता है, पानी में brandy मिलाओ

Dulhan (दुल्हन)

तेरी ज़िन्दगी में कभी ग़म न हो, तेरी आँखें कभी नम न हो, मेरी दुआ है के मिले

Shimla (शिमला)

न मुस्कुराने को जी चाहता है, न कुछ खाने, न सोने को जी चाहता है, ये गर्मी अब

Recharge (रिचार्ज)

न इश्क़ कर मेरे यार, ये लड़कियां बहुत सताती हैं, न करना इन पर ऐतबार,

Tution (टूशन)

हर तरफ पढाई का साया है, किताबों में सुख किसने पाया है, लड़के तो जाते हैं टूशन

Sharafat (शराफत)

तुम्हारी याद दिल से जाने नहीं देंगे, तुम्हारे जैसा दोस्त खोने भी नहीं देंगे, रोज़ शराफत

Kanjoos (कंजूस)

वो इश्क़ तो करती है पर जनून नहीं करती, वो क़त्ल तो करती है पर खून नहीं करती, इस कदर कंजूस है

Dawa (दवा)

लोग कहते हैं की प्यार एक ऐसी बीमारी है, जिसकी कोई दवा नहीं होती, हम कहते हैं बेवफाई

Gulab (गुलाब)

तुम्हारी इस अदा पे क्या जवाब दूँ, अपने यार को क्या तोहफा दूँ, कोई अच्छा सा फूल

जन्मदिन

खुद कैसे करून शुक्रिया इस दिन के लिए, जिस दिन तुम्हे धरती पे भेजा हमारे लिए, न जाने क्यों मैं इंतज़ार कर रहा था, शायद जन्मदिन है

Happy Birthday

हर लम्हा आपके होठों पे मुस्कान रहे, हर ग़म से आप अनजान रहें, जिसके साथ महक

Raaste (रास्ते)

Image
मेरी नाकामियां भी शायद देखती हैं, कि चाह कितनी है, मंज़िल ढूंढ तो रहा हूँ मगर,

Raza (रज़ा)

ऐ खुदा मेरे यार का दमन खुशियों से सजा दे, उसके जन्मदिन पर उसी की कोई रज़ा दे,

Darte hain (डरते हैं)

हम आज भी दिल का आशियाना सजाने से डरते हैं, बागों में फूल खिलाने से डरते हैं, हमारी एक पसंद

Ishq ke charche (इश्क़ के चर्चे)

इश्क़ के ख्याल बहुत हैं, इश्क़ के चर्चे बहुत हैं, सोचते हैं हम

Thikana (ठिकाना)

सितारों में आप, हवाओं में आप, फ़िज़ाओं में आप, बहारों में आप,

Naha ke ayi hai (नहा के आई है)

ज़ुल्फो में फूलों को सजा के आई है, चेहरे से दुपट्टा उठा के आई है, किसी ने पुछा आज

Plan (प्लान)

पूनम की रात में चाँद बदल जाता है, वक़्त के साथ इंसान बदल जाता है, सोचते हैं की

एक हार

तूफ़ान में ताश का घर नहीं बनता.. रोने से बिगड़ा मुक़द्दर नहीं बनता...

Shayaron ki Shayari

Ek hee zamaane ke 2 mash-hoor shayaro ka apna apna andaaz dekhiye doston... Pehle Mirza Ghalib : " Udne de in parindo ko azaad

Toofan (तूफ़ान)

लहरों को शांत देख कर ये न समझना की, समंदर में रवानी

तारीख

"कोई कह दे उनसे जाकर की छत पे ना जाया करे, शहर में बेवजह, ईद की तारीख बदल जाती है" ।।।

Maang (मांग)

मांग भरने की सजा कुछ इस कदर पा रहा हूँ, की मांग पूरी करते-करते, अब मांग-मांग के खा रहा हूँ...!!!

Ram ya Ravan (राम या रावण)

गर्भवती माँ ने बेटी से पूछा क्या चाहिए तुझे? बहन या भाई..!! बेटी बोली भाई !! माँ: किसके जैसा? बेटी: रावण सा....!

Agle janam Mohe Bitiya na dena

Amitabh Bachchan pays his tribute to Delhi rape victim with his poem ------------- Must read ....Brings a tear to the eye. (Very moving) माँ बहुत दर्द सह कर, बहुत दर्द दे कर, तुझसे कुछ कह कर मैं जा रही हूँ।

Toofani Shayari

Arz Kiya Hai  ______________ _