Posts

Showing posts from June, 2014

Anjam (अंजाम)

कुछ इस तरह गुज़रती अब, हमारी हर शाम है, एक हाथ तस्वीर उनकी,

Khamoshi (ख़ामोशी)

हर तरफ ख़ामोशी का साया है, ज़िन्दगी में प्यार किसने

Hosh (होश)

ग़म तुम लाते हो ज़िन्दगी में हमारे, वो ज़ख्म आने नहीं देती,

Waah Sharab (वाह शराब)

दूरियां आसानी से मिलाती है शराब, मजबूरियों को नशे में नचाती है शराब।

Nasha (नशा)

Image
हर बात का कोई जवाब नहीं होता, हर इश्क़ का नाम ख़राब नहीं होता,

Kasam (कसम)

पीते थे शराब हम, उसने छुडादी अपनी कसम देकर,

Paimana (पैमाना)

वो भी दिन थे जब हम भी पिया करते थे, यूँ न करो हमसे पीने पिलाने की बात,

Dawa (दवा)

यारो की महफ़िल ऐसे जमाई जाती है, खोलने से पहले बोतल

Mahaul (माहौल)

कुछ लोग पीते हैं गम भुलाने को, कुछ लोग पीते हैं माहौल

Ilzam (इलज़ाम)

नशा हम करते हैं, इलज़ाम शराब को दिया जाता है,

Kabhi Kabhi (कभी कभी)

Image
कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है, की ज़िन्दगी तेरी ज़ुल्फ़ों की नरम छाओं में गुजरने पाती, तो शादाब हो भी सकती थी। ये रंज-ओ- ग़म की स्याही जो दिल पे छायी है, तेरी नज़र की शुआओं में खो भी सकती थी।

Botal (बोतल)

Image
मेरी कब्र पे मत गुलाब लेके आना, न ही हाथों में चिराग लेके आना,

Khaali Makaan (खाली मकान)

Image
भरे सावन में रेगिस्तान लगता है, ये घर मेरा खाली मकान लगता है। ******************************** Bhare saawan mein registaan lagta hai, ye ghar mera khaali makan lagta hai. - Naseeb (movie)

Noor (नूर)

Image
चेहरे पे इतना नूर तुम्हारे, आखों में इतना प्यार, ऐसा लगा मिलकर जैसे, आज मिले है हम पहली बार। ***************************** Chehre pe itna noor tumhare, aankhon mein itna pyar, aisa laga milkar jaise, aaj mile hai hum pehli baar. - Jeet (Movie)

Parwah (परवाह)

Image
दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो परवाह नहीं, तकलीफ तो तब होती है जब कोई वाह-वाह करता है। *********************** Dil ke chhaalon ko koi shayari kahe to parwah nahi, taqleef to tab hoti hai jab koi wah-wah karta hai. - Devdas (movie)

Saajish (साज़िश)

Image
इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की है, की हर ज़र्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की साज़िश की है। ***************************** Itni shiddat se maine tumhe paane ki koshish ki hai, Ki har zarre ne mujhe tumse milaane ki saajish ki hai.. - Om Shanti Om (movie)

Kashti (कश्ती)

Image
हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था, मेरी कश्ती थी डूबी वहां, जहाँ पानी कम था.... ********************************** Humein to apno ne loota, gairon mein kahan dum tha, meri kashti thi doobi wahan, jahan paani kam tha... - Dilwaale (movie)

Aashiqui (आशिकी)

Image
दिल को जुबां, आँखों को सपने मिल गए, आशिकी में ज़िन्दगी को मायने मिल गए। ****************************** Dil ko jubaan, aankhon ko sapne mil gaye, Aashiqui mein zindagi ko maayne mil gaye.. - Aashiqui 2 (movie)

Yahi jeena hai, to phir marna kya hai (यही जीना है, तो फिर मरना क्या है)

Image
शहर की इस दौड़ में करना क्या है, जब यही जीना है दोस्तों तो फिर मरना क्या है ? पहली बारिश में ट्रेन लेट होने की फ़िक्र है, भूल गए भीगते हुए टहलना क्या है ? सीरियल्स के किरदारों का सारा हाल है मालूम, पर माँ का हाल चाल पूछने की फुर्सत किसे है ? अब रेत पे नंगे पाओं टहलते क्यों नहीं, 108 है चैनल फिर दिल बहलते क्यों नहीं ? इंटरनेट की दुनिया के तो टच में है, लेकिन पड़ोस में कौन रहता है जानते तक नहीं। मोबाइल, लैंडलाइन सब की भरमार है, लेकिन जिगरी दोस्त तक पहुंचे ऐसे तार कहाँ है ? कब डूबते हुए सूरज को देखा था याद है ? कब जाना था शाम का वो बनाना क्या है ? तो दोस्तों शहर की इस दौड़ में दौड़ के करना क्या है, जब यही जीना है तो फिर मरना क्या है ? ***************************** Shehar ki iss daud mein karna kya hai, jab yahi jeena hai doston to phir marna kya hai? pehli baarish mein train late hone ki fikr hai, bhool gaye bheegte hue tehelna kya hai? Serials ke kirdaaron ka saara haal hai maloom, par ma ka haal chaal poochne ki fursat kise hai? ab ret pe nange paon tehelte

Jalte hain (जलते हैं)

Image
गर्मिए हसरत के नाकाम से जलते हैं, हम चिरागों की तरह शाम से जलते हैं,

Shikayat (शिकायत)

Image
पानी से प्यास न बुझी, तो मैखाने की तरफ चल निकला,

Chal daru peete hain (चल दारु पीते हैं)

Image
चल दारु पीते हैं, समय से चुरा के कुछ वक़्त, चल ज़िन्दगी जीते हैं, चल दारु पीते हैं। वो सपनों की चादर जो फट गयी है, नशे में ही सही,

Tajurba (तजुर्बा)

Image
मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नहीं, पर सुना है सादगी से लोग जीने नहीं देते। Mujhe zindagi ka itna tajurba to nahi, Par suna hai saadgi se log jeene nahi dete... - Unknown

Dhoop (धूप)

Image
अजीब है दर्द और तस्कीन का साँझा रिश्ता, मिलेगी छाँव तो बस कहीं धूप  में मिलेगी। ************************ Ajeeb hai dard aur taskeen ka saanjha rishta, Milegi chhaanv to bas kahin dhoop mein milegi. - Gulzar

Aadat (आदत)

Image
One of my favourite Gulzar works, from the movie Ijazat. साँस लेना भी कैसी आदत है, जिये जाना भी क्या रवायत है, कोई आहट नहीं बदन में कहीं, कोई साया नहीं है आँखों में,

Gareeb ka Khoon (गरीब का खून )

Image
जिसे मौका मिलता है, पीता ज़रूर है, जाने क्या मिठास है,  गरीब के खून में...  Jise mauka milta hai, peeta zaroor hai, Jaane kya mithas hai, Gareeb ke Khoon mein...  - Unknown

Mera Yaar (मेरा यार)

Image
ज़र्रे ज़र्रे में उसी का नूर है, झाँक खुद में वो न तुझसे दूर है, इश्क़ है उस-से तो सब-से इश्क़ कर,

Rimjhim (रिमझिम)

Image
बस एक हाँ के इंतज़ार में रात यूँही गुज़र जाएगी, अब तो बस उलझन है साथ मेरे नींद कहाँ आएगी,

Pitaji (पिताजी)

Image
A beautiful poem that touched my heart.. पुरानी पेंट रफू करा कर पहनते जाते है, Branded नई shirt देने पे आँखे दिखाते है टूटे चश्मे से ही अख़बार पढने का लुत्फ़ उठाते है, Topaz के ब्लेड से दाढ़ी बनाते है पिताजी आज भी पैसे बचाते है ….

Taqdeer (तक़दीर)

Image
मेरे ही हाथों में लिखी तक़दीर ये मेरी, और मेरी ही तक़दीर पर मेरा बस नहीं चलता।  Mere hi haathon mein likhi taqdeer ye meri, aur meri hi taqdeer par mera bas nahi chalta. - Unknown